Ayushman Yojana Ayush Upchar 2024
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में शुरू की गई आयुष्मान योजना से संबंधित हाल ही में एक खुशखबरी जारी की गई थी। जिसके माध्यम से अब 70 वर्ष के पश्चात सभी उम्मीदवारों को आयुष्मान योजना का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा। इस खुशखबरी के बाद एक और नई खुशखबरी आ गई है, जो की आयुष्मान योजना से ही संबंधित है।
दरअसल जल्द ही आयुष्मान योजना से आयुष उपचार को जोड़ा जाएगा। जिसके माध्यम से आयुष्मान योजना के लाभार्थियों को आयुष उपचार का लाभ मिलेगा। इसके लिए आयुष उपचार विभाग के द्वारा पूरी तैयारी कर ली गई है, अब केवल इस उपचार को अस्पतालों में इंप्लीमेंट करने की आवश्यकता है।
आयुष उपचार के लिए बिहार को फंडिंग
आयुष उपचार को आयुष्मान योजना से जोड़ने के लिए केंद्र सरकार के द्वारा फंडिंग शुरू कर दी गई है। यह फंडिंग सबसे पहले बिहार राज्य के पक्ष में हुई है, दरअसल भारत सरकार के द्वारा बिहार को आयुष उपचार के लिए 100 करोड रुपए का बजट दिया गया है। जिसको बिहार के द्वारा पहले 50 बेड के छोटे स्तर से शुरू किया जाएगा।
इसके पश्चात इस बजट को धीरे-धीरे बढ़ाने की व्यवस्था की गई है, जिससे कि आयुष उपचार को अधिक से अधिक लाभार्थियों के पास पहुंचाया जा सके। इसी के साथ आपको बता दें की इस उपचार को धीरे-धीरे सभी राज्यों से जोड़ा जाएगा, इसलिए इसे आयुष्मान योजना से संबंधीत किया जा रहा है। क्योंकि आयुष्मान योजना का भारत में अधिक से अधिक लोग प्राप्त कर रहे हैं।
आयुष्मान योजना में आयुष उपचार शामिल होने के लाभ
आयुष्मान योजना से आयुष उपचार को जोड़ने से मरीजों को बहुत अधिक लाभ होने वाला है। क्योंकि बहुत से ऐसे मरीज होते हैं, जिनको अंग्रेजी इलाज से फायदा नहीं होता है, लेकिन वह देसी इलाज के माध्यम से ठीक हो जाते हैं। इसीलिए लाभार्थी मरीजों के पास अंग्रेजी एवं देसी दोनों प्रकार के इलाज उपलब्ध होंगे, जिसके लिए सरकार 5 लाख रुपए प्रतिवर्ष का लाभ प्रदान करेगी।
इसी के साथ समाज में देसी इलाज के प्रति सकारात्मक जागरूकता फैलेगी और बीमारियों को जड़ से खत्म किया जा सकेगा। क्योंकि आयुष उपचार एक ऐसी पद्धति है, जिसके माध्यम से मरीज को लंबे समय तक ठीक किया जा सकता है एवं इस उपचार के कोई भी साइड इफेक्ट भी नहीं हैं। जिससे कि मरीज को केवल लाभ होगा ना कि नुकसान होने की संभावना है।
आयुष्मान योजना में आयुष उपचार जुड़ने से सकारात्मक जागरूकता
दरअसल धीरे-धीरे भारत की देशी इलाज पद्धति लुप्त हो रही है, लेकिन यदि इस पद्धति को आयुष्मान योजना से जोड़ दिया जाएगा तो इसका लाभ अधिक से अधिक लाभार्थी हासिल करेंगे। क्योंकि सरकार के आंकड़ों के अनुसार आयुष्मान योजना का लाभ लगभग 55 करोड़ आबादी प्राप्त कर रही है, जिससे आयुष उपचार योजना का भी प्रचार प्रसार होगा और उससे जुड़े सकारात्मक प्रभाव सभी को देखने को मिलेंगे।